टीके और कैंसर: क्या वैक्सीन कैंसर से बचा सकती है?
टीके और कैंसर: क्या Vaccines से Cancer से बचाव संभव है? | HPV और Hepatitis B वैक्सीन की पूरी जानकारी

टीका (Vaccine) क्या होता है?
टीका एक ऐसी दवा है जो हमारे शरीर की रोग-प्रतिरोधक शक्ति (immune system) को किसी विशेष रोग से लड़ने के लिए तैयार करती है। जब हम टीका लगवाते हैं, तो शरीर उस रोग के वायरस या बैक्टीरिया को पहचानना सीखता है। अगली बार जब वही रोग हमारे शरीर में प्रवेश करता है, तो हमारा immune system उसे तुरंत नष्ट कर देता है। इस तरह टीके कई बीमारियों से सुरक्षा देते हैं।
क्या कैंसर एक संक्रामक बीमारी है?
कैंसर संक्रामक (infectious) बीमारी नहीं है, यानी यह एक व्यक्ति से दूसरे को नहीं फैलता। लेकिन कुछ वायरस ऐसे हैं जो कैंसर का कारण बन सकते हैं। उदाहरण के लिए, Human Papillomavirus (HPV) और Hepatitis B virus (HBV)। यही वजह है कि इन वायरस के खिलाफ बने टीके, कैंसर से अप्रत्यक्ष रूप से सुरक्षा प्रदान करते हैं।
कौन से टीके कैंसर से बचा सकते हैं?
आज के समय में दो मुख्य टीके ऐसे हैं जो कैंसर से बचाव करते हैं:
- HPV Vaccine – यह टीका गर्भाशय ग्रीवा (Cervical) कैंसर, गले, और मुंह के कैंसर से बचाता है।
- Hepatitis B Vaccine – यह टीका लिवर कैंसर से सुरक्षा देता है क्योंकि हेपेटाइटिस बी वायरस लिवर में सूजन और बाद में कैंसर का कारण बन सकता है।
HPV टीका कैसे काम करता है?
HPV वैक्सीन शरीर को Human Papillomavirus से लड़ने के लिए antibodies बनाने में मदद करती है। यह वायरस मुख्य रूप से यौन संपर्क के माध्यम से फैलता है। अगर यह वायरस लंबे समय तक शरीर में बना रहे तो वह गर्भाशय ग्रीवा, गले या मलाशय के कैंसर में बदल सकता है। HPV वैक्सीन इस वायरस के संक्रमण को रोकती है, जिससे कैंसर की संभावना लगभग 90% तक कम हो जाती है।
Hepatitis B टीका क्यों ज़रूरी है?
Hepatitis B वायरस लिवर में संक्रमण करता है और लंबे समय तक रहने पर लिवर सिरोसिस और लिवर कैंसर का कारण बन सकता है। Hepatitis B वैक्सीन लगवाने से शरीर में एंटीबॉडी बन जाती हैं जो इस वायरस को प्रवेश करने से रोकती हैं। WHO के अनुसार, यह टीका लगवाने से लिवर कैंसर के मामलों में भारी कमी देखी गई है।
क्या कैंसर का सीधा टीका मौजूद है?
अभी तक कैंसर को पूरी तरह खत्म करने वाला टीका मौजूद नहीं है। लेकिन वैज्ञानिक लगातार इस दिशा में काम कर रहे हैं। कुछ “Therapeutic cancer vaccines” पर रिसर्च चल रही है, जो शरीर की प्रतिरोधक शक्ति को कैंसर कोशिकाओं से लड़ने के लिए प्रशिक्षित करती हैं। भविष्य में यह इलाज का बड़ा माध्यम बन सकता है।
क्या सभी लोगों को कैंसर-रोधी टीके लगवाने चाहिए?
सभी को नहीं, लेकिन जिन लोगों में संक्रमण का खतरा ज़्यादा होता है, जैसे किशोर, यौन सक्रिय व्यक्ति, या स्वास्थ्यकर्मी — उन्हें HPV और Hepatitis B वैक्सीन लगवाने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा, बच्चों को भी बचपन में Hepatitis B का टीका देना बहुत ज़रूरी है।
क्या ये टीके सुरक्षित हैं?
हाँ, ये दोनों टीके पूरी तरह सुरक्षित माने जाते हैं। इनके कुछ हल्के साइड इफेक्ट्स जैसे इंजेक्शन वाली जगह पर दर्द, हल्का बुखार या थकान हो सकती है, जो कुछ दिनों में अपने आप ठीक हो जाती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और कई देशों की मेडिकल एजेंसियाँ इन टीकों को सुरक्षित मानती हैं।
क्या टीके लगवाने के बाद भी कैंसर हो सकता है?
हाँ, अगर किसी व्यक्ति को पहले से वायरस का संक्रमण हो चुका है, तो टीका उतना असरदार नहीं रहेगा। इसके अलावा, कैंसर के और भी कई कारण होते हैं — जैसे धूम्रपान, शराब, अस्वस्थ आहार, और आनुवंशिक कारण। इसलिए टीका सिर्फ एक सुरक्षा कवच है, 100% गारंटी नहीं।
क्या पुरुषों को भी HPV वैक्सीन लगवानी चाहिए?
बिलकुल! HPV वैक्सीन सिर्फ महिलाओं के लिए नहीं है। पुरुषों में यह वायरस गले, लिंग (penile), और मलाशय के कैंसर का कारण बन सकता है। पुरुष वैक्सीनेशन कराने से न केवल खुद को बल्कि अपने साथी को भी संक्रमण से बचा सकते हैं।
क्या कैंसर मरीजों के लिए भी कोई टीका फायदेमंद हो सकता है?
कुछ मामलों में, थेरैप्यूटिक कैंसर वैक्सीन मरीजों में प्रतिरोधक प्रणाली को मजबूत करती है ताकि वह कैंसर कोशिकाओं को पहचानकर नष्ट कर सके। उदाहरण के लिए, Provenge नामक वैक्सीन का इस्तेमाल प्रोस्टेट कैंसर के इलाज में किया जा रहा है। हालांकि, ये वैक्सीन हर मरीज के लिए उपयुक्त नहीं होती और डॉक्टर की सलाह जरूरी होती है।
क्या भविष्य में कैंसर खत्म करने वाला टीका संभव है?
वैज्ञानिक मानते हैं कि भविष्य में कैंसर को खत्म करने वाला टीका पूरी तरह संभव है। AI और जीन तकनीक (genetic engineering) की मदद से अब ऐसी वैक्सीन तैयार की जा रही हैं जो हर व्यक्ति के शरीर के अनुसार बनाई जाएँगी। इससे कैंसर के इलाज में नई क्रांति आ सकती है।
क्या भारत में कैंसर वैक्सीन उपलब्ध है?
हाँ, भारत में HPV और Hepatitis B वैक्सीन दोनों उपलब्ध हैं। कई सरकारी अस्पतालों में ये मुफ्त या बहुत कम दाम में लगाई जाती हैं। भारत में “CERVAVAC” नाम से देश की अपनी HPV वैक्सीन भी लॉन्च की गई है, जो महिलाओं को गर्भाशय ग्रीवा कैंसर से बचाने के लिए बनाई गई है।
क्या कैंसर से बचाव के लिए टीके के अलावा और तरीके हैं?
हाँ, टीका सिर्फ एक उपाय है। कैंसर से बचाव के लिए कुछ और ज़रूरी बातें हैं जैसे:
- धूम्रपान और शराब से दूर रहें
- संतुलित और पौष्टिक आहार लें
- नियमित व्यायाम करें
- समय-समय पर हेल्थ चेकअप करवाएँ
- HPV और Hepatitis B वैक्सीन ज़रूर लगवाए
आम लोगों को इस विषय पर क्या समझना चाहिए?
सबसे ज़रूरी बात यह है कि टीके सिर्फ बच्चों के लिए नहीं, बल्कि वयस्कों के लिए भी महत्वपूर्ण हैं। कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी को रोकने में ये एक मजबूत कदम साबित हो सकते हैं। अगर लोग जागरूक होकर वैक्सीनेशन करवाएँ, तो भविष्य में कैंसर के मामलों में बड़ी कमी लाई जा सकती है।