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कैंसर के इलाज में मददगार डाइट: हर मरीज को जानना चाहिए ये बातें:

कैंसर रोगियों के लिए सही आहार का चुनाव बहुत ज़रूरी है। सही डाइट न सिर्फ़ शरीर को मज़बूत बनाती है बल्कि इलाज के दौरान होने वाले साइड इफ़ेक्ट्स को भी कम करती है।

कैंसर मरीजों के लिए संतुलित आहार क्यों ज़रूरी है

  • कैंसर का इलाज चाहे कीमोथैरेपी हो, रेडियोथेरेपी हो या सर्जरी,
  • यह शरीर पर गहरा असर डालता है। इलाज के दौरान अक्सर मरीज का वजन कम हो जाता है,
  • इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है और शरीर में थकान बढ़ जाती है। ऐसे समय में संतुलित आहार बहुत ज़रूरी है क्योंकि यह शरीर को ऊर्जा देता है, प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और रिकवरी को तेज़ करता है।
  • संतुलित भोजन लेने से न केवल कमजोरी दूर होती है बल्कि शरीर को इलाज के साइड इफेक्ट्स सहने की ताक़त भी मिलती है।

कैंसर मरीज को कौन-कौन से पोषक तत्व अधिक लेने चाहिए

  • कैंसर पेशेंट को प्रोटीन, विटामिन A, C, D, E, जिंक, सेलेनियम और आयरन जैसे पोषक तत्व अधिक मात्रा में लेने चाहिए। ये पोषक तत्व शरीर की कोशिकाओं की मरम्मत करते हैं और नई कोशिकाओं का निर्माण करते हैं।
  • प्रोटीन से मांसपेशियाँ मज़बूत होती हैं,
  • विटामिन और मिनरल्स इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाते हैं और मरीज को संक्रमण से बचाते हैं।
  • अगर यह पोषण पर्याप्त मात्रा में न मिले तो मरीज की कमजोरी बढ़ सकती है और रिकवरी धीमी हो सकती है।

कैंसर मरीज के आहार में प्रोटीन का क्या महत्व है

  • प्रोटीन को शरीर का बिल्डिंग ब्लॉक कहा जाता है। कैंसर और उसके इलाज की वजह से मांसपेशियाँ कमजोर हो जाती हैं और शरीर का वजन घटने लगता है।
  • प्रोटीन का सेवन करने से मांसपेशियाँ मज़बूत रहती हैं और शरीर को ताक़त मिलती है।
  • दाल, पनीर, अंडा, मछली, दूध, दही और सोया प्रोटीन के बेहतरीन स्रोत हैं।
  • अगर मरीज नियमित रूप से प्रोटीन लेता है तो उसका शरीर तेजी से रिकवर करता है और थकान भी कम महसूस होती है।

क्या कैंसर मरीज दूध और डेयरी उत्पाद ले सकते हैं

  • हाँ, लेकिन केवल लो-फैट दूध और डेयरी प्रोडक्ट्स लेने चाहिए।
  • दूध, दही और पनीर से शरीर को प्रोटीन और कैल्शियम मिलता है, जिससे हड्डियाँ और मांसपेशियाँ मज़बूत रहती हैं। लेकिन फुल-फैट दूध और अधिक वसा वाले डेयरी प्रोडक्ट्स पचने में भारी हो सकते हैं और
  • शरीर पर अतिरिक्त बोझ डाल सकते हैं।
  • इसलिए डॉक्टर अक्सर कैंसर मरीजों को लो-फैट डेयरी प्रोडक्ट्स ही लेने की सलाह देते हैं।

फल कैंसर मरीजों के लिए क्यों फायदेमंद हैं

  • फल विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं।
  • खासकर पपीता, अमरूद, संतरा, सेब, अनार और बेरीज़ शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं और
  • इम्यूनिटी को मज़बूत करते हैं।
  • इन फलों में फाइबर भी होता है जो पाचन को दुरुस्त करता है।
  • कैंसर पेशेंट अगर रोज़ाना फल खाते हैं तो उनका शरीर ज्यादा एनर्जेटिक रहता है और बीमारी से लड़ने की क्षमता भी बढ़ती है।

क्या हरी सब्ज़ियाँ कैंसर मरीज के लिए ज़रूरी हैं

  • बिल्कुल, हरी सब्ज़ियाँ जैसे पालक, मेथी, ब्रोकोली, सरसों और लौकी शरीर के लिए बेहद फायदेमंद हैं।
  • इनमें आयरन, कैल्शियम और विटामिन भरपूर मात्रा में होते हैं।
  • हरी सब्ज़ियाँ शरीर को ताक़त देती हैं और खून की कमी को दूर करने में भी मदद करती हैं।
  • इन्हें उबालकर या भाप में पकाकर खाना सबसे अच्छा तरीका है क्योंकि इससे इनके पोषक तत्व सुरक्षित रहते हैं।

कैंसर मरीज को फैटी फूड क्यों नहीं खाना चाहिए

  • तेल, घी, मक्खन और तली-भुनी चीज़ें पचने में भारी होती हैं और शरीर में सूजन बढ़ाती हैं।
  • कैंसर के इलाज के दौरान मरीज का पाचन कमजोर हो जाता है,
  • इसलिए ज़्यादा फैटी फूड लेने से अपच, गैस और कब्ज़ जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।
  • साथ ही यह इम्यून सिस्टम को भी कमजोर करता है। इसलिए कैंसर मरीजों को ज़्यादा तेल और मसाले वाले भोजन से परहेज़ करना चाहिए।

क्या सूखे मेवे कैंसर मरीजों के लिए फायदेमंद हैं

  • हाँ, सूखे मेवे जैसे बादाम, अखरोट, काजू और किशमिश में प्रोटीन, हेल्दी फैट और एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं।
  • ये शरीर को ऊर्जा देते हैं और इम्यूनिटी को मजबूत करते हैं।
  • लेकिन इनका सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए
  • क्योंकि ज़्यादा खाने से मरीज को पाचन की समस्या हो सकती है। भीगे हुए बादाम और अखरोट कैंसर मरीजों के लिए और भी ज़्यादा फायदेमंद माने जाते हैं।

कैंसर मरीज के लिए पानी और हाइड्रेशन क्यों ज़रूरी है

  • कैंसर का इलाज शरीर को डिहाइड्रेट कर देता है और मरीज को कमजोरी और थकान महसूस होने लगती है।
  • ऐसे समय में पर्याप्त मात्रा में पानी पीना बेहद ज़रूरी है।
  • मरीज को दिनभर में कम से कम आठ से दस गिलास पानी पीना चाहिए।
  • इसके अलावा नारियल पानी, सूप और हर्बल टी भी हाइड्रेशन के अच्छे विकल्प हैं।
  • पर्याप्त पानी पीने से शरीर डिटॉक्स होता है और थकान भी कम होती है।

कैंसर मरीज को मीठा क्यों कम लेना चाहिए

  • शुगर यानी चीनी शरीर में सूजन बढ़ाती है और कैंसर मरीज के लिए हानिकारक साबित हो सकती है।
  • मिठाइयाँ, केक, कोल्ड ड्रिंक्स और जूस जैसे मीठे पदार्थ शरीर पर अतिरिक्त बोझ डालते हैं।
  • शुगर का ज़्यादा सेवन करने से मरीज की ऊर्जा असंतुलित हो सकती है और पाचन भी बिगड़ सकता है।
  • इसकी जगह अगर मरीज प्राकृतिक रूप से मीठे फल खाए तो यह ज्यादा फायदेमंद रहेगा।

क्या कैंसर मरीज नॉनवेज खा सकते हैं

  • हाँ, लेकिन केवल हल्के और पचने वाले नॉनवेज जैसे अंडा, मछली और चिकन ही खाना चाहिए।
  • इन्हें उबालकर या ग्रिल करके खाना सबसे अच्छा तरीका है।
  • रेड मीट यानी मटन और प्रोसेस्ड मीट कैंसर मरीजों के लिए नुकसानदायक होता है
  • क्योंकि यह पचने में भारी होता है और शरीर पर अतिरिक्त दबाव डालता है।

कैंसर मरीज को फास्ट फूड और पैकेज्ड फूड क्यों नहीं खाना चाहिए

  • फास्ट फूड जैसे पिज़्ज़ा, बर्गर, चिप्स और पैकेज्ड स्नैक्स में पोषक तत्व बहुत कम होते हैं।
  • इनमें ज़्यादा तेल, नमक और प्रिज़र्वेटिव्स होते हैं जो कैंसर मरीज के लिए हानिकारक हैं।
  • कोल्ड ड्रिंक्स और जंक फूड शरीर को कमजोर बनाते हैं और इम्यूनिटी घटाते हैं।
  • इसलिए कैंसर मरीज को ऐसे फूड्स से पूरी तरह दूर रहना चाहिए।

कैंसर मरीज को दिन में कितनी बार खाना चाहिए

  • कैंसर मरीज को दिनभर में पाँच से छह बार छोटे-छोटे भोजन करना चाहिए।
  • अगर मरीज दिन में सिर्फ तीन बार भारी भोजन करता है तो उसे पचाने में मुश्किल होती है
  • और थकान बढ़ जाती है। छोटे-छोटे अंतराल पर हल्का
  • भोजन करने से शरीर को लगातार ऊर्जा मिलती रहती है और मरीज ज्यादा स्वस्थ महसूस करता है।

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