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किडनी कैंसर के लक्षण: शुरुआती संकेत, कारण और पूरी जानकारी /

किडनी कैंसर (Kidney Cancer) शरीर की एक गंभीर बीमारी है जो शुरुआती चरण में अक्सर बिना लक्षणों के रहती है।

किडनी कैंसर के लक्षण क्या हैं?

  • किडनी कैंसर (Kidney Cancer) के शुरुआती चरण में अक्सर कोई स्पष्ट लक्षण नहीं दिखते। लेकिन जब यह बढ़ने लगता है, तब कुछ खास संकेत दिखाई देने लगते हैं।
  • सबसे आम लक्षणों में मूत्र में खून आना (hematuria) शामिल है, जिससे पेशाब का रंग लाल या भूरे रंग का हो सकता है। इसके अलावा कमर या पीठ के एक तरफ लगातार दर्द महसूस हो सकता है।
  • मरीज को शरीर में कमजोरी, थकान, भूख कम लगना, वजन घटना और कभी-कभी बुखार रहना जैसे लक्षण भी दिखाई दे सकते हैं। कुछ लोगों में पेट के पास गांठ या सूजन भी महसूस हो सकती है।

क्या किडनी कैंसर के शुरुआती लक्षण पहचानना आसान होता है?

  • नहीं, शुरुआती चरण में किडनी कैंसर के लक्षण बहुत हल्के या कभी-कभी बिल्कुल नहीं होते।
  • इसी वजह से यह अक्सर देर से पकड़ा जाता है। कई बार डॉक्टर इसे किसी और बीमारी की जांच के दौरान अल्ट्रासाउंड या सीटी स्कैन में गलती से खोज लेते हैं।
  • इसलिए अगर किसी को बार-बार थकान, भूख कम लगना या पेशाब में खून जैसी समस्या हो, तो उसे तुरंत जांच करवानी चाहिए ताकि बीमारी को समय रहते पकड़ा जा सके।

क्या किडनी कैंसर से पेशाब में खून आता है?

  • हाँ, किडनी कैंसर का एक प्रमुख लक्षण पेशाब में खून आना होता है।
  • शुरुआत में खून की मात्रा बहुत कम हो सकती है जिससे यह केवल टेस्ट में पता चलता है,
  • लेकिन बाद में पेशाब का रंग लाल या गहरा भूरा भी दिख सकता है। यह खून रुक-रुक कर भी आ सकता है।
  • यह संकेत है कि किडनी के अंदर कोई असामान्य ग्रोथ या ट्यूमर हो सकता है जो रक्त वाहिकाओं को प्रभावित कर रहा है।

क्या किडनी कैंसर से शरीर में दर्द होता है?

  • हाँ, किडनी कैंसर से पीठ या कमर के एक तरफ दर्द महसूस हो सकता है। यह दर्द लगातार बना रह सकता है
  • या रुक-रुक कर भी हो सकता है। कुछ मरीजों में पेट के ऊपरी हिस्से में भी भारीपन या दबाव महसूस होता है।
  • अगर कैंसर बढ़ जाता है तो यह पास के अंगों या हड्डियों तक फैलकर और भी तेज दर्द पैदा कर सकता है।

क्या किडनी कैंसर से वजन कम होता है?

  • हाँ, बिना कोशिश के वजन कम होना किडनी कैंसर का एक सामान्य लक्षण है।
  • कैंसर के कारण शरीर की मेटाबॉलिक गतिविधि बदल जाती है जिससे व्यक्ति की भूख कम हो जाती है और शरीर ऊर्जा तेजी से खर्च करता है।
  • धीरे-धीरे वजन घटने लगता है और व्यक्ति कमजोर महसूस करता है।

क्या किडनी कैंसर से बुखार आता है?

  • कई बार किडनी कैंसर के मरीजों को बार-बार हल्का बुखार आता रहता है। यह बुखार किसी संक्रमण के कारण नहीं बल्कि शरीर में कैंसर कोशिकाओं की सक्रियता के कारण होता है।
  • यह बुखार हफ्तों या महीनों तक बना रह सकता है और दवा लेने पर भी जल्दी ठीक नहीं होता।

क्या किडनी कैंसर से शरीर में सूजन हो सकती है?

  • हाँ, किडनी कैंसर से पैरों, टखनों या आंखों के आसपास सूजन आ सकती है।
  • ऐसा इसलिए होता है क्योंकि किडनी का काम शरीर में अतिरिक्त पानी और नमक को निकालना है।
  • जब किडनी सही से काम नहीं करती तो पानी शरीर में जमा हो जाता है जिससे सूजन बढ़ती है।

क्या किडनी कैंसर से भूख कम लगती है?

  • हाँ, किडनी कैंसर के मरीजों में भूख धीरे-धीरे कम हो जाती है।
  • कैंसर शरीर के हार्मोन और रासायनिक संतुलन को बिगाड़ देता है जिससे भूख दब जाती है।
  • इसके अलावा, अगर कैंसर बढ़ जाता है तो पाचन प्रणाली पर भी असर पड़ सकता है जिससे खाने की इच्छा खत्म हो जाती है।

क्या किडनी कैंसर वंशानुगत (genetic) हो सकता है?

  • हाँ, कुछ मामलों में किडनी कैंसर आनुवंशिक भी हो सकता है।
  • अगर परिवार में किसी को पहले किडनी कैंसर हुआ है तो अगली पीढ़ी में इसका खतरा थोड़ा बढ़ सकता है।
  • कुछ विशेष जीन म्यूटेशन जैसे “von Hippel-Lindau syndrome” वाले लोगों में इसका खतरा अधिक होता है।
  • इसलिए पारिवारिक इतिहास वाले लोगों को नियमित जांच करवानी चाहिए।

क्या धूम्रपान किडनी कैंसर का कारण बन सकता है?

  • हाँ, धूम्रपान किडनी कैंसर का एक बड़ा कारण है।
  • तंबाकू में मौजूद रासायनिक पदार्थ रक्त में घुलकर किडनी तक पहुंचते हैं और वहां कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं।
  • लंबे समय तक धूम्रपान करने वाले लोगों में यह खतरा लगभग दोगुना होता है।

क्या हाई ब्लड प्रेशर किडनी कैंसर से जुड़ा होता है?

  • हाँ, उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure) और किडनी कैंसर के बीच गहरा संबंध है।
  • लगातार हाई बीपी रहने से किडनी की रक्त वाहिकाएं कमजोर हो जाती हैं जिससे कोशिकाओं को नुकसान पहुंचता है। कुछ दवाइयां जो बीपी को नियंत्रित करती हैं,
  • वे भी कभी-कभी किडनी के कैंसर का खतरा थोड़ा बढ़ा सकती हैं।

क्या किडनी कैंसर के लिए उम्र मायने रखती है?

  • हाँ, आमतौर पर किडनी कैंसर 50 साल से अधिक उम्र के लोगों में अधिक पाया जाता है।
  • उम्र बढ़ने के साथ शरीर की कोशिकाओं में परिवर्तन की संभावना बढ़ जाती है और इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है। हालांकि,
  • यह युवा लोगों में भी हो सकता है, लेकिन इसकी संभावना कम होती है।

क्या किडनी कैंसर से थकान होती है?

  • हाँ, थकान किडनी कैंसर का एक आम और लगातार रहने वाला लक्षण है।
  • कैंसर कोशिकाएँ शरीर की ऊर्जा का अधिक उपयोग करती हैं जिससे व्यक्ति को लगातार कमजोरी महसूस होती है।
  • इसके अलावा, किडनी की खराबी के कारण खून में टॉक्सिन जमा हो जाते हैं जिससे शरीर सुस्त और थका हुआ लगता है।

क्या किडनी कैंसर के इलाज के बाद लक्षण वापस आ सकते हैं?

  • हाँ, अगर कैंसर पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ या शरीर के किसी हिस्से में दोबारा सक्रिय हो गया, तो लक्षण वापस आ सकते हैं। इसलिए इलाज के बाद नियमित जांच करवाना बहुत जरूरी है।
  • डॉक्टर आमतौर पर कुछ महीनों के अंतराल पर सीटी स्कैन या ब्लड टेस्ट करवाने की सलाह देते हैं ताकि किसी भी दोबारा शुरू हुए कैंसर को जल्दी पहचाना जा सके।

क्या किडनी कैंसर से बचाव संभव है?

  • पूरी तरह से बचाव संभव नहीं है, लेकिन कुछ उपाय अपनाकर इसका खतरा काफी हद तक घटाया जा सकता है।
  • जैसे कि धूम्रपान छोड़ना, वजन को नियंत्रित रखना, ब्लड प्रेशर को नॉर्मल बनाए रखना, संतुलित आहार लेना और पर्याप्त पानी पीना। इसके अलावा, नियमित स्वास्थ्य जांच करवाना भी बहुत जरूरी है
  • ताकि किसी भी शुरुआती बदलाव को समय रहते पहचाना जा सके।

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